अयोध्या, भारत केरौ उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या जिला क एगो नगर आरू जिला मुख्यालय छेकै। सरयू (या अंगिका मँ सरजू) नदी क तट प बसलौ अयोध्या एगो अति प्राचीन धार्मिक नगर छेकै। मान्यता छै कि इ नगर क मनु नँ बसैलौ छेलै आरू एकरा 'अयोध्या' क नाम देलकै जेकरौ अर्थ होय छै अ-युध्य अर्थात् 'जेकरा युद्ध क द्वारा प्राप्त नै करलौ जाय सकैं छै। एकरा 'कोसल जनपद' भी कहलौ जाय छेलै। पौराणिक मान्यता केरौ अनुसार अयोध्या मँ सूर्यवंशी/रघुवंशी/अर्कवंशी राजा सिनी के राज होय छेलै, जेकरा मँ भगवान श्री राम न अवतार लेलकै। प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेन त्सांग ७वां शताब्दी मँ यहाँ ऐलौ छेलै। हुनकौ अनुसार यहाँ 20 बौद्ध मंदिर छेलै तथा 3000 भिक्षु वास करै छेलै। इ नगरी सप्त पुरि मँ सँ एक छै-

अयोध्या मथुरा माया काशी काञ्ची अवन्तिका ।
पुरी द्वारावती चैव सप्तैता मोक्षदायिका:॥
(अर्थ : अयोध्या, मथुरा, हरिद्वार, काशी, काञ्चीपुरम, उज्जैन, आरू द्वारिका - इ सात पुरि सिनी नगर मोक्षदायी छेकै)
अयोध्या केरौ नगरी

इतिहास संपादन

वेद मँ अयोध्या क ईश्वर के नगर बतैलौ गेलौ छै, "अष्टचक्रा नवद्वारा देवानां पूरयोध्या" आरू इसकी सम्पन्नता के तुलना स्वर्ग सँ करलौ गेलौ छै। अथर्ववेद मँ यौगिक प्रतीक के रूप मँ अयोध्या क उल्लेख छै-

अष्टचक्रा नवद्वारा देवानां पूरयोध्या।
तस्यां हिरण्मयः कोशः स्वर्गो ज्योतिषावृतः॥

एकरो देखौ संपादन

संदर्भ संपादन

बाहरी कड़ी संपादन