गोड्डा जिला
गोड्डा जिला भारत के झारखण्ड राज्य रॉ एगो जिला छेकै। एकरॉ मुख्यालय गोड्डा छेकै। यहाँ क मुख्य भाषा अंगिका छेकै। इ पूर्वी भारत के झारखंड राज्य के चौबीस जिला मँ सँ एक छै, हैय राज्य के पूर्वोत्तर भाग मँ स्थित छै। भौगोलिक क्षेत्र जे अबअ गोड्डा जिला के समावेश करै छै, पहिनँ पूर्व संथाल परगना जिला के हिस्सा छेलै। गोड्डा कस्बा गोड्डा जिलाक मुख्यालय छेकै। जिलाक क्षेत्रफल २११० वर्ग किमी छै, जेकरौ जनसंख्या लगभग १,३१३,५५१ छै। ई राज्य क पूर्वोत्तर भाग मँ अवस्थित छै। भौगोलिक क्षेत्र जे अबअ गोड्डा जिला के समावेश करै छै, पहिनँ पूर्व संथाल परगना जिला के हिस्सा छेलै। गोड्डा शहर गोड्डा जिला के मुख्यालय छेकै। जिला क क्षेत्रफल 2110 वर्ग किमी छै, जेकरौ जनसंख्या लगभग 861,000 छै। जिला क एगो रेल लिंक छै, लोगौ क मुख्य आर्थिक गतिविधि खेती छेकै, आरो प्रमुख फसल धान, गहूम आरो मक्का छेकै। गोड्डा संथाल नामक जनजाति के भूमि छेकै। गोड्डा खाली जनजाति के भूमि नै छै, स्थानीय निवासी में गैर आदिवासी आरू शहरी लोग भी शामिल छै।
इतिहास
संपादनगोड्डा जिला के इतिहास पाषाण युग सँ शुरू होय चाही इ क्षेत्र मँ हथौड़ा, कुल्हाड़ी, तीर-सीसा, कृषि औजार आदि सहित पाथर क हथियार केरौ भरमार भेटै छै, खास करी क संथाल परगना मँ। राज्य मँ तथापि उचित ऐतिहासिक दस्तावेज क अभाव छै। विभिन्न प्रमाण मँ इहो कहलौ गेलौ छै की जे वैदिक काल मँ भी हैय जिला मँ सभ्यता छेलै।
इंडिका, जे मेगास्टीन के यात्रा विवरण छेकै, ओकरा मँ ई क्षेत्र के निवासी के रिकॉर्ड छै। ३०२ ई.पू.मँ चन्द्रगुप्त मौर्य क दरबार मँ पाटलिपुत्र मँ मेगास्टीन सिनी क दौरा होलौ छेलै। उ लोग सिनी यहा क्षेत्र क जाति निवास क पहिचान आरो नाम मल्लर व सौरिया पहाड़िया जनजाति के रूप मँ रखलौ छै। 645 ई. मँ चीनी तीर्थयात्री हियुएन त्सिआंग चम्पा गेलौ छेलै आरो यही युग सँ पहिनँ गोड्डा जिला क इतिहास एखनी तक अज्ञात छै। यही समय मँ संथाल परगना क्षेत्र पाल क्षेत्रक के अंतर्गत छेलै यहा क्षेत्र सँ संबंधित निवासी बौद्ध धर्म क बड़ौ संरक्षक छेलै। बौद्ध धर्म क वज्रयान सम्प्रदाय यहा कालखंड मँ चरम प छेलै। तांत्रिक सम्प्रदाय आरो बुद्ध धर्म क गहींर प्रभाव देवी पूजा क विभिन्न चिन्ह सँ स्पष्ट छै। यहा युग क बाद कतेको शताब्दी तक यहा इतिहास क कोनो प्रमाण नाय भेटलौ छै। तथापि भविष्य पुराण जे 15 व 16मां शताब्दी ई. मँ अपनौ ब्रह्माण्ड खंड मँ लिखलौ गेलौछेलै, यही मँ जिला क इतिहास क कुछु तथ्य समाहित छै।
तुर्को-अफगान काल मँ जिला के प्रशासक शेर शाह सूरी आरो हुनकौ उत्तराधिकारी छेलै। गोड्डा जिला के क्षेत्र बंगाल प विजय के दौरान एकगो महत्वपूर्ण केंद्र केरौ रूप मँ काज करै छेलै। बादौ मँ मुगल राजवंश क युग मँ ई क्षेत्र वायसराय राजा मानसिंह के देलौ गेलै। तथापि सभ्यता आरो संस्कृतिक दृष्टि सँ यहा जिला क विकास अंग्रेज युग मँ शुरू होलौ छेलै। जिला के सामरिक आरो आर्थिक विकास के लेली जिला के वन क्षेत्र के भारी दोहन करलौ गेलै। शुरू मँ यही वन शोषण मँ आदिवासी पहाड़िया जनजाति के कारण बाधा आबि गेलौ छेलै। यै बाधा सँ सब्भे क मुकाबला करबाय क लेली अंग्रेज 1717 मँ संथाल जनजाति के अनलनि जे पहिनँ छोटानागपुर क्षेत्र मँ बसैलौ छेलै। संथाल जनजाति तथापि ब्रिटिश नीति क शिकार होय गेलौ आरो 1885 मँ अपनौ विद्रोह शुरू करलकै। इ विद्रोह के ‘हुल’ कहलौ गेलै।
गोड्डा 1981 के जनगणना तक अविभाजित संथाल परगना जिला के हिस्सा छेलै। बाद मँ संथाल परगना के पुरानौ गोड्डा अनुमंडल अलग होय क नव जिला के रूप मँ बनलै। 1845-55 के संथाल विद्रोह के परिणामस्वरूप भागलपुर आरो बीरभूम के किछु हिस्सा सँ संथाल परगना जिला के निर्माण होलै। गोड्डा जिला मँ वर्तमान मँ आठ प्रखंड मेहेरमा, महागामा, बोअरीजोर, पथर्गमा, गोड्डा, सुंदरपहारी, पोरैयाहट एवं ठाकुर गंगाटी शामिल छै। गोड्डा जिला क एकमात्र शहर छेकै। जिला क 2311 गाँव छै।
अर्थव्यवस्था
संपादनगोड्डा बेसीकर लालमटीया के राजमहल कोयला क्षेत्र के लेली प्रसिद्ध छै। ई झारखंड केरऽ अभिन्न अंग छेकै आरू अपनऽ पहाड़ी आरू छोटऽ-छोटऽ जंगलऽ लेली जानलऽ जाय छै। हिन्ने ठामै मौजूद खदान ईसीएल कोयला क्षेत्र क अभिन्न अंग छेकै आरो पूरा एशिया क सबसँ विशाल खदान मँ सँ एक छै।
1980 केरौ दशक
संपादन1980 के दशक के अंत तक गोड्डा जंगल सँ भरलॉ छेलै आरो विज्ञान आरो तकनीक सँ कोसों दूर एगो दूरस्थ जगह छेलै आरो झारखंड के अन्य जिला रंगी अन्हार युग मँ जीबी रहलौ छेलै। भारत केरऽ भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण केरऽ टीम द्वारा राजमहल पहाड़ी के नीचें कोयला केरऽ प्रचुर खोज सबसें पहलऽ करला के बाद पूरा परिदृश्य बदली गेलै। सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड यहा इलाका क विस्तृत सर्वेक्षण करलकै। राजमहल ओपनकास्ट कोल खदान परियोजना केरऽ परिकल्पना १९८० केरऽ दशक केरऽ शुरुआत म॑ करलऽ गेलऽ छेलै, जेकरऽ शुरुआत म॑ एनटीपीसी केरऽ फरक्का सुपर थर्मल पावर परियोजना क॑ कोयला के आपूर्ति करलऽ गेलऽ छेलै, जेकरऽ प्रारंभिक वार्षिक क्षमता ५० लाख टन छेलै। ई कोयला खदान परियोजना क॑ 1 करोड़ 50 लाख टन प्रति वर्ष तक विस्तार लेली जनवरी 1989 म॑ कोल इंडिया लिमिटेड आरू कनाडा केरऽ वाणिज्यिक निगम के बीच एगो समझौता प॑ हस्ताक्षर करलऽ गेलै, जेकरा म॑ एमईटी-केम कनाडा इंक क॑ परियोजना क॑ लागू करै लेली कनाडा केरऽ एक्जीक्यूटिव एजेंसी के रूप म॑ नामित करलऽ गेलऽ छेलै। ई परियोजना जुलाई 1994 म॑ पूरा होय गेलऽ छेलै आरू ईस्टर्न कोलफाइल्ड्स लिमिटेड केरऽ कर्मी द्वारा संचालित करलऽ जाय रहलऽ छै। यही खदान सँ सालाना 1 करोड़ 15 लाख टन कोयला क उत्पादन होय रहलौ छै। एकरा आरो बढ़ाय क 1.7 करोड़ टन होय रहलौ छै।
ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
संपादनगोड्डा जिला म॑ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड केरऽ दू आरू खुला कोयला खदान, चुपरभिता खुला कोयला खदान परियोजना (क्षमता - ४० लाख टन) आरू हुर्रा ‘सी’ खुला कोयला खदान परियोजना (क्षमता - ३० लाख टन) आबी रहलऽ छै।
अन्य गतिविधि सिनी
संपादनलोग क मुख्य आर्थिक गतिविधि खेती छेकै, आरो प्रमुख फसल धान, गहूम आरो मकै छेकै। ई जिला कोनो रेल संपर्क के बिना छै, नजदीकी रेलवे स्टेशन हंसडीहा रेलवे स्टेशन छै। २००६ म॑ भारत सरकार न॑ गोड्डा क॑ देश केरऽ २५० सबसें पिछड़लऽ जिला (कुल ६४० म॑ स॑) म॑ स॑ एक नामित करलकै। ई झारखंड केरऽ 21 जिला म॑ स॑ एक छै जेकरा पिछड़ा क्षेत्र अनुदान कोष कार्यक्रम (बीआरजीएफ) स॑ धनराशि मिलै छै।
गोड्डा जिला केरौ प्रखंड सूचि
संपादनप्रखंड | पंचायत रॉ संख्या | गाँव रॉ संख्या |
---|---|---|
बसंतराय | 14 | 82 |
बुआरी जोर | 22 | 296 |
गोड्डा | 34 | 196 |
महागामा | 29 | 140 |
मेहरमा | 23 | 136 |
पथरगामा | 19 | 141 |
पौड़ियाहाट | 31 | 194 |
सुन्दरपहाड़ी | 13 | 208 |
ठाकुरगंगटी | 16 | 141 |
कुल | 201 | 1634 |
विभाजन
संपादनइ जिला मे पौड़ियाहाट, गोड्डा आरो महागामा तीनगो विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र छै। ई सब गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के हिस्सा छेकै।
जनसांख्यिकी
संपादन२०११ के जनगणना केरौ अनुसार गोड्डा जिला केरौ जनसंख्या १,३१३,५५१ छै, जे मोटा-मोटी मॉरीशस राष्ट्र या अमेरिकी राज्य न्यू हैम्पशायर के बराबर छै। एकरा सँ भारत मँ एकरौ रैंकिंग 372मां छै (कुल 640 मँ सँ)। यहा जिला क जनसंख्या घनत्व 622 निवासी प्रति वर्ग किलोमीटर (1,610/वर्ग मील) छै। दशक २००१-२०११ मँ एकरौ जनसंख्या वृद्धि दर २५.१४% छेलै। गोड्डा केरऽ लिंग अनुपात हर १००० पुरुषऽ प॑ ९३३ महिला छै, आरू साक्षरता दर ५७.६८% छै। अनुसूचित जाति आरो अनुसूचित जनजाति क्रमशः 8.80% आरो 21.26% आबादी के छै।
भाषा
संपादनभारत केरऽ २०११ केरऽ जनगणना के समय अंगिका भाषा जनसंख्याक के ४७.६८% लोग बोलै छेलै, २०.६०% आबादी अपनऽ पहिलऽ भाषा के रूप म॑ संताली, १०.६% खोरठा, ८.४०% उर्दू, ३.४७% हिन्दी, २.८४% बंगाली आरू २.१९% माल्टो बोलै छेलै।