झुमटा नय ते झूमर एगो रंग के अंगिका लोकगीत होवे छे। हेकरा पर बिहा घरोम जनानी सन्ही नाचबो करे छे। ई रंग के लोकगीत बेसी करी के दू लोग के बीच बातचीत के रूप म होवे छे। जेसें की, नोवो कनियाय अप्पन भोजाय सन्ही सें बात करे होवे, दू गोतनी अपना म बात करे होवे। ई रंग गीत म जनानी सन्ही अप्पन दूख सूख बारे बतियावे छे, अप्पन रोज के जीवन बारे बतियावे छे।

अंगिका संस्कृति म

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अंगिका संस्कृति म झुमटा गीत के बहुत महत्व छे, ई रंग के गीत बियाह घरी खूब गैलो आरो नाचलो जाय छे। अंदाज लेली, एगो झूमर गीत के बोल ई रंग छे[]:

"घर पिछुवड़िया म जिरबा रोपलियै हे

जिरबा फरलै कांचे डार

जिरबा तनी रे तनी

जिरबा फरलै कांचे डार

जिरबा तनी रे तनी

घर पिछुवड़िया म जिरबा रोपलियै हे

जिरबा फरलै कांचे डार

जिरबा तनी रे तनी"

  1. https://wikisource.org/wiki/%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE_%27%E0%A4%9D%E0%A5%82%E0%A4%AE%E0%A4%B0%27_%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%95%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%A4