तारकीय क्रोड

(क्रोड सँ भेजलौ गेलौ)

तारकीय क्रोड या तारकीय कोर एक तारा केरौ केंद्रौ मँ अत्यंत गर्म, सघन क्षेत्र छेकै। एक साधारण मुख्य अनुक्रम तारा के लेलऽ कोर क्षेत्र वू आयतन छेकै जहाँ तापमान आरू दबाव के स्थिति हाइड्रोजन के हीलियम म॑ ऊष्मापरमाणु संलयन के माध्यम स॑ ऊर्जा उत्पादन के आरम्भ होय छै। ई ऊर्जा बदला मँ तारा केरऽ भीतर के तरफ दबाबै वाला द्रव्यमान के प्रतिसंतुलित करै छै; एक ऐन्हऽ प्रक्रिया जे तापीय आरू जलस्थैतिक संतुलन म॑ परिस्थिति क॑ स्व-निर्वाह करै छै। तारकीय हाइड्रोजन संलयन के लेलऽ आवश्यक न्यूनतम तापमान १०७ के (१० एमके) स॑ अधिक होय छै, जबकि सूर्य केरऽ कोर प॑ घनत्व १०० ग्राम/सेमी३ स॑ अधिक होय छै। क्रोड केरऽ चारो तरफ तारकीय आवरण रहै छै, जे कोर स॑ ऊर्जा क॑ तारकीय वायुमंडल मँ पहुँचाय छै, जहां ओकरा अंतरिक्ष म॑ दूर विकिरणित करै छै।

उच्च द्रव्यमान बला मुख्य अनुक्रम तारा के संवहनी क्रोड, मध्यवर्ती द्रव्यमान वाला तारा के विकिरणीय क्रोड आरू कम द्रव्यमान बला तारा पूर्ण रूप स॑ संवहनी होय छै।

एकरहो देखौ

संपादन

बाहरी कड़ी

संपादन

संदर्भ

संपादन