दार्दी भाषासमूह
दार्दी भाषासमूह या दार्दिक हिंद-आर्य भाषासमूह क एगो उपशाखा छेकै जेकरौ सबसँ जानलौ-मानलौ भाषा कश्मीरी छेकै। दार्दी भाषासिनी उत्तरी पाकिस्तान, उत्तर-पूर्वी अफगानिस्तान आरो भारत केरौ जम्मू-कश्मीर राज्य मँ बोललौ जाबै छै। सब दार्दी भाषासिनी मँ कश्मीरीये क रुतबा सबसँ ऊँचा छै, काहेकि एकरौ अपनौ प्रचलित साहित्य छै आरो एकरा भारत क एगो आधिकारिक भाषा होय क मानो प्राप्त छै। पाकिस्तान केरौ चित्राल जिला क खोवार भाषा, उत्तरी कश्मीर मँ बोललौ जाबै बला शीना भाषा आरो अफ़ग़ानिस्तान केरौ पूर्वी नूरिस्तान, नंगरहार आरो कुनर राज्यौ मँ बोललौ जाबै बला पाशाई भाषा अन्य मशहूर दार्दी भाषासिनी छेकै।
वाक्य मँ क्रिया क स्थान
संपादनअधिकतर हिंद-ईरानी भाषा मँ क्रिया वाक्य के अंत मँ आबै छै। लेकिन दार्दिक भाषासमूह मँ क्रिया शब्द वाक्य केरौ बीच मँ आबै छै। इ मामले मँ दार्दी भाषासमूह अंग्रेज़ी जेसनौ होबै छै।
भाषा | वाक्य 1 | वाक्य 2 |
---|---|---|
अंग्रेज़ी | दिस इज़ अ हार्स | वी विल गो टु टोक्यो |
कश्मीरी (दार्दिक) | यि छु अख गुड़ | अस गछव टोक्यो |
संस्कृत (हिंद-ईरानी) | एषः एकः अश्व अस्ति | वयं टोक्यो गच्छामः |
फारसी (हिंद-ईरानी) | ईन यक अस्ब अस्त | मा ब तोक्यो ख़ाहेम रफ़्त |
अंगिका (हिंद-आर्य) | हैय एगो घोड़ा छेकै | हम्मँ टोक्यो जैबै |
पंजाबी (हिंद-ईरानी) | एह इक्क *घो*ड़ा ऐ | असीं टोक्यो जावांगे |
उप्पर लिखलौ वाक्य मँ क्रिया क गाढ़ौ अक्षरौ मँ लिखलौ गेलौ छै। जेना की स्पष्ट छै, लगा-लगी सब्भे हिंद-ईरानी भाषा मँ क्रिया वाक्य केरौ अंत मँ आबै छै, परंतु दार्दिक इ नियम क भंग करै छै आरो अंग्रेज़ी जैसनौ क्रिया क संज्ञा केरौ बादौ मँ डालै छै। ऐसनौ भाषा क जे क्रिया संज्ञा केरौ बाद डालै ओकरा "क्रिया द्वितीय भाषा" कहलौ जाबै छै।
एकरो देखौ
संपादनबाहरी कड़ी
संपादन- स्वदेश हिंद-ईरानी मूल शब्दावली शब्दौ क सूची (विक्षनरी सँ स्वदेश सूची सिनी क परिशिष्ट)
- भारोपीय संस्कृति क विश्वकोश (1997)
- टेक्सास विश्वविद्यालय केरौ भाषाई अनुसंधान केंद्र मँ: ऑनलाइन पुस्तकौ क सूची, भारोपीय लेक्सिकॉन
- मूल-भारोपीय लेक्सिकॉन हेलसिंकी विश्वविद्यालय मँ, आधुनिक भाषा विभाग, विश्व संस्कृति विभाग, भारत-यूरोपीय अध्ययन
- भारोपीय व्याकरण, सिंटैक्स आरो व्युत्पत्ति शब्दकोश
- भारोपीय लेक्सिकल कॉग्नेसी डेटाबेस
- ग्लोटोथेक - प्राचीन भारोपीय व्याकरण ऑनलाइन, प्राचीन भारोपीय भाषासमूह प वीडियो व्याख्यान क एगो ऑनलाइन संग्रह